चलो, कदम मिलाकर चलने की बात करते हैं |
आओ, हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं |
देखो नए युग का बदलता हिंदुस्तान है|
गर्व से कहो ये हमारा हिंदुस्तान है ||
हाँ, ये बात अलग है के आज भी ज़ात -पात
धर्म -मज़हब बन गया नीति है |
इस शहर, इस राज्य और इस देश की यही राजनीति है ||
हर तरफ राजनीति का बाजार सजा है |
तू-तू, मै -मै, मे हार-जीत का भाव लगा है ||
लेकिन चलो कदम मिलाकर चलने की बात करते हैं
हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं ||
हवाओं में फैला गेरूवा रंग है
जीत सत्ता का पक्का दावा है
खड़े तो कतार में कितने हैं
लेकिन भ्रस्टाचार के खिलाफ आज एक पक्का है
प्रजातंत्र का वह जन असली गीत है
सदा रोकता रहता जो शासन
जन सत्ता वह गाली जो विद्रोही के मुख से झरती है
ये आज की नीति है, ये आज की राजनीति है
चलो कदम मिलाकर चलने की बात करते हैं
आओ, हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं
-आशीष (न्यू -पोएट -ऑन- अर्थ )
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