मैं रावण हूँ ।। हाँ,  मैं रावण हूँ   मैं लंकेश मैं दशानन चाहे जो कह लो आज फिर तुम मुझे जलाओगे पल भर की खुशियाँ घर आंगन में मनाओगे मगर क्या तुम्हारे ऐसा करने से मैं मर जाता हूँ शायद नहीं  क्योंकि ऐसा कोई मानव नहीं  जिसमें मैं मौजूद नहीं मैं तुम सब में विराजमान हूँ  मैं...