"बिलखती आवाज़ , रोती आँखे और बहते आँसू "
किसी खेल -खिलौने के लिए नहीं, बल्कि भूख से चोट खाये दर्द की है....
आज भी ये मासूम इस इंतेज़ार में रहते है
के फ़रिश्ते ही रोटियां लेकर आते है।
...
BHHOKH...

Love,Friendship,Life,Feelings, Experience,Hope,Time and Struggle.